फसलों में कीटों और रोगों को रोकने और नियंत्रित करने के लिए इसके लिए अनुशासन, धैर्य और समझदारी की जरूरत होती है। भारत में कृषि एक मुख्य आय का स्रोत है, इसलिए इसे नियंत्रित करना बेहद आवश्यक है।
यहां कुछ तरीके हैं जो फसलों में कीटों और रोगों को रोकने और नियंत्रित करने में मदद कर सकते हैं:
1.बुरी गंदगी को हटाएं: फसल क्षेत्र के आसपास की बुरी गंदगी को हटाएं। यह न केवल कीटों और रोगों को रोकता है, बल्कि फसल की वृद्धि भी करता है।
2.समय पर समय खाद दें: फसलों को समय पर समय खाद दें। इससे फसल की मजबूती बढ़ती है और यह कीटों और रोगों से लड़ने के लिए तैयार होता है।
3.जांच करें: फसलों को नियमित रूप से जांचते रहें। यदि किसी भी कीट या रोग का संकेत मिलता है, तो उसे तुरंत रोकें और उसे नियंत्रित करने के लिए आवश्यक कदम उठाएं।
4.प्राकृतिक उपाय अपनाएं: केमिकल जीवाणुनाशकों का उपयोग न करें, बल्कि प्राकृतिक उपाय अपनाएं। जैसे कि नीम का तेल, दीवलीया, एकला और जीवाणु विरोधी उपकरण आदि।
5.अच्छी विवेकपूर्वक बीज लें: अच्छी विवेकपूर्वक बीज लें और उन्हें अच्छी तरह से चयनित बीज खरीदें। इससे फसल की मजबूती बढ़ती है और इससे कीटों और रोगों से लड़ने में मदद मिलती है।
6.फसल की स्थिति की जानकारी रखें: फसल की स्थिति की जानकारी रखें। इससे आप कीटों और रोगों के संकेतों को पहचानने में सक्षम होते हैं और उन्हें तुरंत नियंत्रित कर सकते हैं।
7.फसल की संरचना का ध्यान रखें: फसल की संरचना का ध्यान रखें। उन्हें उचित दूरी पर रखें ताकि फसल की स्वस्थता बनी रहे और रोगों और कीटों से लड़ने में मदद मिले।